BBT Times, बीकानेर
जर्नलिस्ट दिनेश गुप्ता की ख़बर
दिल्ली। समर्थ फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं प्रतिष्ठित समाजसेवी दीपक गर्ग और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती छवि गर्ग की 25वीं शादी की सालगिरह (सिल्वर जुबली) का भव्य एवं आध्यात्मिक आयोजन राजधानी दिल्ली में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।
इस शुभ अवसर पर दंपत्ति ने सनातन परंपरा का पालन करते हुए आध्यात्मिक रूप से वर्षगांठ समारोह का प्रारंभ भगवान श्री राधा-कृष्ण की विधिवत पूजा-अर्चना से किया।
पूजा के उपरांत पारंपरिक वैवाहिक रीति के अनुसार जब वधू ने वर को माला पहनाई, उसी क्षण राम-सीता युग की पवित्र धुनें और “उठो सिया जी, श्रृंगार करो… धनुष राम ने तोड़ा है” जैसे आध्यात्मिक गीतों की मधुर लहरियों ने पूरे वातावरण को दिव्यता और पवित्रता से भर दिया।
विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस पावन अवसर पर ओल्ट डिजिटल टेक्नोलॉजी के फाउंडर विकास गोयल अपनी धर्मपत्नी नेहा गोयल के साथ विशेष रूप से उपस्थित हुए और दंपत्ति को हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।
समारोह में दिल्ली के अनेक बुद्धिजीवी, समाजसेवी एवं प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लेकर सिल्वर जुबली जैसे इस महत्त्वपूर्ण अवसर पर दंपत्ति को आशीर्वाद दिया और उनके सुखी, समृद्ध एवं आनंदमयी दांपत्य जीवन की मंगलकामनाएँ कीं।
अंतरराष्ट्रीय फोटो पत्रकार सहित अनेक गणमान्य उपस्थित
कार्यक्रम में बीकानेर के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फोटो पत्रकार दिनेश गुप्ता, श्रीमती निधि गुप्ता, प्रेरणा गुप्ता, डिंपल गुप्ता, पुलकित गुप्ता के साथ-साथ दिल्ली के जाने-माने बिजनेसमैन सुदर्शन गुप्ता, नीतू गुप्ता, रोहन गुप्ता एवं निष्ठा गुप्ता ने भी अपनी उपस्थिति द्वारा समारोह की शोभा को बढ़ाया और दंपत्ति को शुभकामनाएँ दीं।
परिजनों द्वारा आतिथ्य एवं स्वागत
इस अवसर पर दीपक गर्ग एवं छवि गर्ग के पुत्र आशीष गर्ग और संयम गर्ग ने सभी अतिथियों का स्नेहपूर्वक स्वागत किया।
परिवार के अन्य प्रतिष्ठित सदस्यों ने भी मिलकर इस पावन क्षण को अविस्मरणीय बनाया।
समर्थ फाउंडेशन टीम की विशेष सहभागिता
समर्थ फाउंडेशन के अनेक पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने भी आयोजन में सक्रिय सहभागिता निभाई तथा संस्थापक दंपत्ति के प्रति अपना प्रेम, आदर और सम्मान व्यक्त किया।
वसुंधरा गाजियाबाद से विशेष आगमन
इस मौके पर वसुंधरा, गाजियाबाद से विशेष रूप से रामचरण गोयल एवं शशि गोयल नई दिल्ली पहुंचे और अपने पुत्री-दामाद को आशीर्वाद देकर समारोह की शोभा में वृद्धि की।
---


0 Comments