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Paris Olympics 2024 में मेडल जीतते-जीतते रह गईं विनेश फोगाट

 BBT Times, देश दुनिया

देश दुनिया, 7 अगस्त। Paris Olympics 2024 में विनेश फोगाट को अयोग्य ठहरा दिया गया है. वो मेडल जीतने के काफी करीब थीं. इससे पहले भी कई ऐसे मौके हुए, जब 'किस्मत' ने विनेश का साथ नहीं दिया. पेरिस ओलंपिक्स (Paris Olympics 2024) से बाहर हो गई हैं. खबर है कि गोल्ड मेडल मैच से पहले उनका वजन लगभग 100 ग्राम बढ़ा हुआ पाया गया  अयोग्य होने पर विनेश को सिल्वर मेडल भी नहीं मिलेगा. फाइनल मैच से चंद घंटों पहले आई इस खबर से पूरा देश दुखी है. ये पहली बार नहीं है जब सफलता के इतने करीब होने पर भी विनेश को हार का सामना करना पड़ा हो. कुश्ती में उनका पूरा सफर मुश्किलों भरा रहा है. 

साल 2016- रियो ओलंपिक्स
ये विनेश का पहला ओलंपिक्स था. पूरी उम्मीद थी कि वो मेडल लाएंगीं. शुरुआत भी अच्छी खासी हुई. पहले मैच में उन्होंने टेक्निकल सुपिरियॉरिटी के आधार पर 11-0 से जीत हासिल की थी. क्वार्टर फाइनल में विनेश का सामना चीन की सुन यानान से होना था. उसी मैच के दौरान विनेश इंजरी का शिकार हो गईं.
साल 2021- टोक्यो ओलंपिक्स.
इस बार विनेश महिलाओं के 53 किलोग्राम कुश्ती इवेंट में गईं. पहले राउंड में उनकी भिड़ंत स्वीडन की सोफिया मैटसन से हुई. ये मैच विनेश जीत गईं. फिर क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा कलादज़िंस्काया के साथ कुश्ती के बाद विनेश गेम से बाहर हो गईं.
https://x.com/Phogat_Vinesh/status/143557027737981748
हार के बाद WFI ने टोक्यो में विनेश के आचरण के लिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी हुई. कहा गया था कि विनेश ने ओलंपिक्स विलेज में टीम इंडिया के बाकी पहलवानों के साथ ट्रेनिंग करने से मना कर दिया था. साथ ही उनके साथ एक फ्लोर पर रहने से मना कर दिया था. विनेश पर ये भी आरोप लगे थे कि उन्होंने चीफ कोच के साथ ट्रेनिंग करने से मना कर दिया था. उन्होंने अपने पर्सनल कोच वॉलर अकोस के साथ ट्रेनिंग करने की बात कही थी. ओलंपिक्स खत्म होने के बाद विनेश फोगाट को अस्थाई रूप से सस्पेंड कर दिया गया था.
हालांकि, विनेश ने दावा किया कि उनके फिजियोथेरेपिस्ट की अनुपस्थिति उनके विफल रहने के पीछे की मुख्य वजह थी.
साल 2021- वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप
साल 2023- एशियन गेम्स
चीन में होने वाले एशियाई गेम्स की तैयारी चल रही थी. विनेश भी कंपीट करने के लिए पूरी तरह से तैयार थीं. इस बीच अगस्त में एक ट्रनिंग सेशन के दौरान उनके बाएं पैर के घुटने में चोट लग गई. उनकी फिर से सर्जरी हुई. विनेश ने कहा था कि एशियाई खेलों में भारत के लिए फिर से गोल्ड मेडल लाना उनका सपना था. कहा कि दुर्भाग्य से इस चोट ने मेरी भागीदारी को खारिज कर दिया.
2018 के एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली वो पहली भारतीय महिला पहलवान थीं.
इस बार पेरिस ओलंपिक्स में जाने का सफर भी आसान नहीं रहा. अपनी 53 किलो वाली कैटेगरी में जाने में असफल होने पर विनेश ने 50 किलो वाली कैटेगरी में जाने का फैसला लिया. लगभग 30 साल की उम्र में इतना वजन कम करना बड़ा चैलेंज था और रिस्क भी. लेकिन विनेश ने इसे पूरा किया और इतिहास भी रचा. विनेश ने बताया था कि ये उनका आखिरी ओलंपिक्स होगा.
2021 में विश्व चैंपियनशिप में कुश्ती टीम चुनने के लिए नेशनल ट्रायल्स हो रहे थे. इनमें कंपीट करते समय विनेश ने बीच में ही अपना नाम वापस ले लिया. कुछ दिनों में उनकी कोहनी की सर्जरी हुई.

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